गन्ने में पहला स्प्रे कब करे :- मानसून आते ही गन्ना किसानों की चिंताएं बढ़ जाती हैं. उनके सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि गन्ने के पौधे को सभी प्रकार की बीमारियों और कीटों से कैसे बचाया जाए। अधिकांश किसान इन पौधों में लगने वाली बीमारियों को पहचानने में असफल रहते हैं। पौधों में लगने वाली बीमारियों से निपटने के बारे में जागरूकता और उचित जानकारी के अभाव के कारण किसानों की गन्ने की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए हम बता रहे हैं कि गन्ने के पौधों में कौन-कौन से कीट पनपते हैं और उनसे अपनी फसल को बचाने के क्या उपाय हैं।
पौधा गन्ने में पहला स्प्रे कब करे
यदि ऐसा करना संभव न हो तो गन्ने की बुआई के 7-10 दिन बाद 3.3 लीटर पेंडीमेथालिन शाकनाशी को 1150 लीटर पानी में घोलकर समान रूप से छिड़काव करना चाहिए। एज़ोटोबैक्टर या एज़ोस्पिरिलम 5 किलोग्राम/हेक्टेयर की दर से पहली सिंचाई के बाद पौधों के पास डालना चाहिए।
प्रबंध
कंडुआ से संक्रमित पौधों को सावधानीपूर्वक पॉलिथीन बैग में एकत्र करके नष्ट कर देना चाहिए। इसके अलावा साफ मौसम में प्रोपिकोनाजोल 25 ईसी स्प्रे का छिड़काव करें. साथ ही फसल चक्र की प्रक्रिया भी अवश्य अपनाएं।
पायरीला
पायरेला के शिशु एवं वयस्क कीट गन्ने की पत्तियों की निचली सतह से लगातार रस चूसते रहते हैं, जिससे पत्ती पर पीला धब्बा बन जाता है, जिससे पौधा धीरे-धीरे पूरी तरह सूख जाता है।
गन्ने के साथ मूंग एवं उड़द की बुआई कैसे करें
वसंतकालीन गन्ने की बुआई 15 फरवरी से 15 मार्च तक की जाती है। हालाँकि कई जगहों पर इसकी बुआई अप्रैल माह में की जाती है। किसान चाहें तो गन्ने के साथ मूंग या उड़द की भी खेती कर सकते हैं. अप्रैल में जब गन्ने की फसल अंकुरित होती है। उस समय से जून तक गन्ने की फसल छोटी रहती है। गन्ने की फसल मानसून के बाद ही उगती है।
ऐसे में आप पंक्तियों के बीच या मेड़ों पर खाली जमीन पर मूंग और उड़द की खेती कर सकते हैं. आपको बता दें कि मूंग की फसल लगभग 60 से 65 दिनों में पक जाती है और उड़द की फसल 85 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है. जबकि गन्ने की फसल को पकने में लगभग 10 से 12 महीने का समय लगता है।
1 thought on “गन्ने में पहला स्प्रे कब करे और कोनसा करे।”